किस तरह होता है एक चीयर लीडर का सिलेक्शन :
चीयर लीडर बनने के लिए पर्सनालिटी में कई तरह की खासियतों का होना जरूरी है। डांस, प्रजेंस ऑफ़ माइंड, बात करने का तरीका, हंसमुख स्वभाव जैसी बातें है जो एक चीयर लीडर के सिलेक्शन के दौरान उनके व्यक्तित्व में देखि जाती है। इसके अलावा फिगर और उम्र का भी खास ख्याल रखा जाता है। कई राउंड्स के इंटरव्यू के साथ - साथ लिखित असाइनमेंट टेस्ट भी लिया जाता है।इन सभी बातों में फिट रहने वालों को ही चीयर लीडर की जॉब पर रखा जाता है। आईपीएल में IPL Cheerleaders बनने के लिए सिर्फ भारतीय ही नहीं बल्कि विदेशी युवतियों के लिए भी अनुमति है। देखा गया है कि ज्यादातर चीयर लीडर्स दूसरे देशों की ही नजर आती है पर भारतीय युवाओं को भी इस प्रोफेशन में आने के लिए प्रोत्साहित किया जाता रहा है।
क्या होती है IPL Cheerleaders की Salary :
आईपीएल में हर टीम अपने चीयर लीडर स्टाफ को अलग अलग सैलरी देती है। कोलकाता नाईट राइडर्स यानी केकेआर अपने चीयर लीडर्स को सबसे ज्यादा करीब 24000 रूपए प्रति मैच की फीस देती है। वहीं मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेजर्स बैंगलोर अपने चीयर लीडर्स को प्रति मैच करी 20000 रूपए सैलरी देते है। रिपोर्ट्स के अनुसार चेन्नई सुपर किंग्स, पंजाब किंग्स, सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स जैसी टीमें अपने चीयर लीडर्स को प्रति मैच 14000 से 17000 रूपए की सैलरी देते है।कोविड के दौरान जब बिना दर्शकों के मैच खेले गए उसमे इस्तेमाल नहीं किया गया था उसके अलावा हर सीजन में मैदान पर IPL Cheerleaders का जलवा बखूबी देखने को मिला है।
Salary के अलावा भी मिलती है कई सारी सुविधाएँ :
बता दें, IPL Cheerleaders स्टाफ को सैलरी के अलावा भी कई तरह की सुविधाएँ मिलती है। जैसे लक्ज़री होटल में रहने खाने की व्यवस्था, टीम के सपोर्ट स्टाफ के साथ आने - जाने की सुविधा, टीम के जीतने पर खास प्राइज और आलिशान पार्टीज में भी इन्हे इन्वाइट किया जाता है। साथ ही समय-समय सैलरी के साथ बोनस भी चीयर लीडर्स स्टाफ को दिया जाता है। आप कह सकते है कि सैलरी से ज्यादा इन्हें जो अवार्ड मिलते है वो खास होते है।
सही मायनों में बात की जाए तो IPL Cheerleaders सिर्फ मैच के दौराल ग्लैमर के लिए नहीं बल्कि टीम को सपोर्ट, शानदार परफॉरमेंस से दर्शकों का दिल जीतने के लिए भी होते है।